आज दिनाँक 23/06/2024
बैतूल : भैंसदेही :-एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था। देश 1947 में आजाद हुआ और 1950 में संविधान लागू किया गया। इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने देश के संविधान में धारा-370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर चोट पहुंचाने का कुत्सित प्रयास किया था। डॉ. मुखर्जी उस समय उद्योग व खाद्य मंत्री के रूप में देश की सेवा कर रहे थे, लेकिन सरकार की मंशा को ध्यान में रखकर उन्होंने पद छोड़ दिया और देश की प्रतिष्ठा व अखंडता के लिए कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए व्यापक आंदोलन प्रारंभ किया।
जनसंघ के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कश्मीर सत्याग्रह के लिए अभियान प्रारंभ किया, इसके लिए उन्हें प्राण भी त्यागना पड़ा। कश्मीर में धारा-370 समाप्त कर एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान की भावनाओं को सम्मान करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की एनडीए सरकार ने किया है। यह कश्मीर, देश की अखंडता और सीमा की सुरक्षा के लिए बलिदान देने महा पुरुष थे ,बलिदान दिवस के अवसर पर भाजपा ग्रामीण मण्डल भैसदेही के ग्राम केरपानी बूथ क्रमांक 123 में जनसंघ के संस्थापक राष्ट्र भक्ति त्याग व समर्पण के अद्वितीय प्रतीक भारत की एकता व अखंडता के लिये समर्पित थे प्रखर राष्ट्रवादी विचारक ,जनसंघ के संस्थापक व हमारे पथ प्रदर्शक परम श्रध्देय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर भाजपा कार्यकर्ता श्री अजय सूर्यवंसी जी के आँगन एवं गोंडी ढाना मार्ग पर पौधरोपण किया। इस मौके पर भाजपा अजजा मोर्चा जिलाध्यक्ष बैतूल सीताराम चड़ोकार भाजपा कार्यकर्ता गण सन्तोष यादव श्री रवि सूर्यवंशी जी श्री राजू सूर्यवंशी जी,श्री अजय सूर्यवंशी तरुण कनाठे, सुरेश यादव दिलीप पाटनकर, अजित पाटनकर, अभय यादव धनराज तांडिलकर दिलीप तुमडाम सोनू कारे सुखदेव पाटिल एवं समस्त ग्राम के भाजपा कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहे।